Logic Gates (हिंदी में)- Truth Table और Practical के साथ समझें | Logic gates in hindi

जिंदगी को सरल बनाने में इलेक्ट्रॉनिक्स का बहुत बड़ा योगदान है, Street Lamp से लेकर security alarm और वेंटिलेशन सिस्टम तक विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में लॉजिक गेट मौजूद हैं। इन्ही ने हमारे सारे कामों को सरल बना दिया है. आज हम डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स के महत्वपूर्ण टॉपिक Logic gates in hindi को गहराई से जानेंगे. आप इस आर्टिकल से इतनी जानकारी प्राप्त कर लेंगे कि कहीं और जाने की आपको जरूरत नहीं होगी.

लॉजिक गेट्स क्या है – Logic gates in hindi

आज हम जो भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इस्तेमाल करते है उनमें कहीं न कहीं लॉजिक गेट्स का ही उपयोग किया जाता है. लॉजिक गेट एक डिजिटल Circuit होता है जो की digital signals के ऊपर काम करता है. इसमें एक से अधिक Binary input और केवल एक Binary Output होता है.

लॉजिक गेट्स बाइनरी में input/output को प्राप्त करके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट के द्वारा बिजली के प्रवाह को नियंत्रित करते है. यह गेट्स Diode और Transistors से मिलके बने होते है, जो की boolean Function पर आधारित है.

लॉजिक गेट्स में डिजिटल signals की value 0 और 1 रहती है, जहाँ पर 0 = low, और 1 = high को दर्शाता है. आप इसे true or false की सहायता से भी समझ सकते है.  लॉजिक गेट्स में दिए गए इनपुट और उनकी कंडीशन के हिस्साब से आउटपुट आता है.

सरलता से बताऊ तो आप इसे एक लाइट के स्विच की सहायता से समझ सकते है जब लाइट Switch on होती है तो लॉजिक गेट्स में दिए गये inputs में सिंगल हाई रहता है जब लाइट switch off रहती है तो सिंगल low रहता है.

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लॉजिक गेट्स का प्रैक्टिकल कैसे कर सकते है ?

समझ तो लिया अब प्रैक्टिकल का क्या तो हमने आपके लिए बहुत रिसर्च करके इसके प्रैक्टिकल का प्रवंध भी किया है, लेकिन उससे पहले नीचे इसके प्रकार को भी पढ़ ले ताकि आप आसानी से प्रैक्टिकल कर सके.

इसका प्रैक्टिकल करने के लिए Logic.ly वेबसाइट पर जाए और ‘Try online’ पे क्लिक करे अब आपको एक स्क्रीन दिखेगी और साइड में सारे इलेक्ट्रॉनिक्स के टूल्स भी दिए गए है जिनमें लॉजिक गेट्स भी शामिल है. हम आपको सलाह देंगे की computer/laptop का इस्तेमाल करें. बाकी स्मार्टफ़ोन से भी कर सकते है.

logic.ly

अब बस आपको ड्रैग and ड्राप करके,  किसी भी गेट को ड्रैग करके लाना है और इनपुट/आउटपुट का कनेक्शन करके आउटपुट में बल्ब से जोड़ देना है. इस वेबसाइट पे आप किसी भी प्रकार का सर्किट बना सकते है. इस तरह आप अपने से प्रैक्टिकल कर सकते है. अन्य टूल्स और टॉपिक्स का प्रैक्टिकल करने के लिए आपको इसका मेम्बरशिप लेना पड़ता है.

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लॉजिक गेट के प्रकार- Types of Logic Gates in hindi

मुख्य रूप से AND, OR, NOT तीन प्रकार के लॉजिक गेट्स होते है. बाकी के NAND GATE , NOR GATE और  XOR gate. इन तीनो की सहायता से प्राप्त होते है.

आईये सबको ध्यान लगाकर Truth टेबल के साथ समझते है –

OR gate :

इस गेट में दो या दो से ज्यादा input दिए जाते है जिनसे एक output प्राप्त होता है. दिए गए दोनों input में से किसी भी input में सिग्नल हाई रहता है तो output, True यानी high होगा, और अगर दोनों में सिग्नल नहीं है तो आउटपुट false यानी low प्राप्त होगा. और अगर दोनों input में ही सिंगल नहीं है तो भी output में false प्राप्त होता है. OR गेट में दोनों inputs के बीच (+) जोड़ परफॉर्म किया जाता है. इसके चित्र को देखें.

इसका boolean expression : Y= A+B है। जहाँ पर A और B input है और X output है.

इसे उदाहरण से भी समझें, जब A input और B input में से किसी में भी सिग्नल आ रहा है तो output में भी सिग्नल आएगा मतलब true (1) रहेगा. और अगर A और B दोनों में सिग्नल नहीं आ रहा तो output में False (0) प्राप्त होगा, और अगर दोनों input में सिग्नल आ रहा है तो True(1) output में आएगा.

AND gate :

इस गेट में भी दो या दो से ज्यादा input दिए जाते हैं जिन से एक आउटपुट प्राप्त होता है लेकिन इन दोनों Inputs के बीच में ( × ) गुणा परफॉर्म किया जाता है जिसे हम boolean expression में डॉट (.) से प्रदर्शित करते है.

AND गेट में तभी सिग्नल High (1) रहता है जब दोनों इनपुट में सिग्नल आता है अगर किसी एक input में सिग्नल आ रहा है तो भी इसका आउटपुट Low (0) आता है. और अगर किसी भी इनपुट में सिग्नल नहीं आ रहा तो output में low (0) आता है. AND गेट को नीचे दिए गए चित्र से प्रदर्शित करते हैं.

इसका boolean expression : X=A.B है। जहाँ पर A और B input है और X output है.

NOT gate :

यह गेट बाकी गेट से बहुत अलग है क्युकी इस गेट में सिर्फ एक input दिया जाता है जिससे केवल एक output प्राप्त होता है. इस गेट में दिए गए input के विपरीत (Reverse) output आता है.

मतलव की जब input A में सिग्नल high (1) रहता है तो output उसका उल्टा यानी low (0) आता है. और अगर input A में सिग्नल Low(0) है तो output में High (1) प्राप्त होगा. Boolean expression में इसे bar ( ˉ ) से प्रदर्शित करते है. Not गेट को inverter या negation भी कहते है. इसका boolean expression X=Aˉ होता है.

NOR gate :

इस गेट को NOR गेट इसीलिए कहा जाता है क्युकी यह OR और NOT गेट के combination से मिल कर बना है. जैसा अभी ऊपर बताया की OR गेट में input देने पर जो output प्राप्त होता है उसके output को जब NOT गेट से पास किया जाता है तब इस NOR गेट का आउटपुट प्राप्त होता है.

मतलब की यदि OR gate का आउटपुट 1 है तो NOR gate उसे 0 बना देगा. और यदि OR GATE का आउटपुट 0 है तो NOR gate इसे 1 बना देगा. इसका boolean expression A↓B या Y = (A+B)¯ होता है

NAND gate :

यह gate भी AND और NOT gate के Combination से मिलकर बना है. इसी तरह AND gate के आउटपुट को जब Not gate से पास किया जाता है तब जो आउटपुट प्राप्त होता है वह NAND gate का होगा.

इसका boolean expression X = (AB)¯ होता है

XOR – Exclusive OR gate :

ये वाला gate OR gate की तरह ही है बस इसमें Exclusively inputs, देखे जाते है मतलब सिर्फ एक में ही सिग्नल होना चाहिए, XOR gate एक स्पेशल केस True होने पर  ही आउटपुट देता है, वो केस यह है की जब दोनों inputs एक जैसे होंगे तब यह 0 false और किसी एक इनपुट में ही सिग्नल आना चाहिए तभी यह 1 (High) आउटपुट देता है.

Iska boolean expression OR gate ke expression जैसा ही है बस इसमें ( + ) की जगह ये  ( ⊕ ) symbol इस्तेमाल किया जाता है. XOR gate का ज्यादातर प्रयोग Full adder, Half adder और substractor में किया जा सकता है. XOR को Ex-OR भी कह सकते है.

X-NOR gate :

जब हम XOR gate के आउटपुट को NOT गेट से पास करते है तब जो आउटपुट प्राप्त होगा वो XNOR गेट का होता है. यह गेट XOR का उल्टा यानी XOR का complement होता है.

अंत में (Conclusion) :

मैं आशा करता हूँ की आपको Logic gates in hindi के बारे में अच्छे से समझ आ गया होगा. हमने लॉजिक गेट को बेहद ही डिटेल में practical के साथ समझाने की कोशिश की है कृपया अपने दोस्तों के साथ ये पोस्ट शेयर करना न भूलें और नीचे कमेंट करके बताये किस टॉपिक पे आपको गहरी जानकारी चाहिए, हम आपके लिए टॉपिक की पूरी जानकारी जल्दी से जल्दी पेश करेंगे.

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